दिल्ली के मयूर विहार में रहने वाले अमित चौहान का सेविंग खाता देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI (State Bank of India) में है. उनके पास बैंक से एक एसएमएस आया कि आपको अपनी केवाईसी करानी है. अगर नहीं कराई तो खाते से लेन-देन रोका जा सकता है. वो इस बात से काफी परेशान थे कि अभी कुछ महीने पहले ही तो उन्होंने केवाईसी कराया था. जब हमने से ये सवाल एक्सपर्ट्स से पूछा तो उन्होंने इसके बारे में पूरी जानकारी दी.
बैंकिंग एक्सपर्ट अंकुर त्यागी ने बताया कि बैंक के ग्राहकों को अकाउंट को तीन कैटेगिरी में बांटा जाता है. सबसे ज्यादा रिस्क वाले अकाउंट, मीडिय रिस्क और एकदम कम या बिना जोखिम वाले अकाउंट. इन्हीं के आधार पर इनके खातों को के केवाईसी को अपडेट किया जाता है.
आइए जानें किन खातों के केवाईसी कब अपडेट होते है?
अंकुर बताते हैं कि बैंक अपने ग्राहकों की रेटिंग उनके रिस्क के आधार पर देते हैं. बैंक के उच्च जोखिम वाले ग्राहकों को हर दो साल में कम से कम एक बार केवाईसी अपडेट कराना होता है.
जिन ग्राहकों का जोखिम मध्यम होता है. उन्हें हर आठ साल में एक बार केवाईसी अपडेट कराना होता है. जिन ग्राहकों का जोखिम एकदम कम या निम्न जोखिम होता है, उन्हें भी हर दस साल में एक बार केवाईसी अपडेट करना पड़ता है.
अब सवाल उठता है अगर KYC नहीं कराया तो क्या होगा?
बैंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, ग्राहक को नए केवाईसी डॉक्युमेंट के साथ बैंक जाकर या फिर ऑनलाइन अपडेट कर इन्हें पूरा करना होता है.
बैंक का कहना है कि अघर केवाईसी पूरी नहीं होती है तो खाते में भविष्य में किए जाने वाले लेन-देन पर रोक लगाई जा सकती है.
RBI के नए नियम
किसी भी बैंक में अकाउंट खुलवाने के लिए केवाईसी की जरूरत होती है. रिजर्व बैंक की तरफ से इसे अनिवार्य कर दिया गया है.
केवाईसी एक तरह से कस्टमर को पहचानने की प्रक्रिया होती है जिसके लिए कुछ जरूरी दस्तावेज जमा कराने होते हैं. जो दस्तावेज जमा कराए जाते हैं उन्हें केवाईसी दस्तावेज या केवाईसी डॉक्यूमेंट कहा जाता है.
RBI ने बुधवार को नियमों में बदलाव का ऐलान किया है. RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि मौजूदा कोरोना संकट को देखते हुए KYC के नियमों में कुछ बदलाव किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि बैंक किसी भी खाते से लेनदेन पर केवाईसी (KYC) अपडेट नहीं होने के कारण 31 दिसंबर तक रोक नहीं लगा सकेंगे. यानी ग्राहकों को 31 दिसंबर, 2021 तक की राहत दे दी गई है.
बैंक इस साल 31 दिसंबर तक केवाईसी अपडेट नहीं होने के कारण किसी भी खाते से लेनदेन पर रोक नहीं लगा सकेंगे. दास ने ग्राहकों से अपील की कि वे इस दौरान अपना केवाईसी अपडेट करा लें.
वीडियो केवाईसी नियमों में हुआ बदलाव
वीडियो केवाईसी के जरिए कोई भी ग्राहक अपने घर या ऑफिस रहते हुए भी सेविंग अकाउंट खुलवा सकता है और केवाईसी के लिए बैंक नहीं जाना पड़ेगा.
वीडियो केवाईसी सेविंग अकाउंट खोलने के लिए एक तेज और आसान तरीका है. इसके जरिए ऑनलाइन ही केवाईसी हो जाने के कारण बैंक ब्रांच जाने में लगने वाले समय की बचत होगी.
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि अब प्रॉपराइटरशिप फर्म, ऑथराइज्ड सिग्नेटरी और वैधानिक इकाइयों के लाभार्थी मालिक भी वीडियो केवाईसी सुविधा के पात्र होंगे.
साथ ही केवाईसी के पीरियॉडिक अपडेशन के लिए भी वीडियो केवाईसी सुविधा की अनुमति दी गई है. RBI के नए नियम के बाद अब KYC के लिए फेस-टू-फेस मोड की जरूरत नहीं पड़ेगी. आधार e-KYC के जरिए प्रमाणित हो जाएगा.
FROM - HIM NEWS
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