चंबा-तीसा मुख्य मार्ग पर कालोनी मोड़ के समीप बस हादसे के कारणों की मजिस्ट्रियल जांच करवाई जाएगी। इसके लिए एसडीएम चुराह की अध्यक्षता में कमेटी गठित होगी, ताकि हादसे की सही वजह का पता लगाया जा सके। यह जानकारी उपायुक्त डीसी राणा ने बुधवार को दुर्घटनास्थल का जायजा लेने के बाद दी। उपायुक्त ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को सभी घायलों के समुचित इलाज की व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। हादसे के कारणों की जांच की जाएगी। इस तरह के हादसों में जान माल की काफी हानि होती है। उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही कारणों का सही तरह से पता चलेगा।
इसके अलावा हादसे में जान गंवाने वालों के परिजनों को बीस-बीस हजार और घायलों को पांच-पांच हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान कर दी गई है। बता दें कि बुधवार सुबह बोंदेड़ी से चंबा की तरफ आ रही निजी बस कालोनी मोड़ के समीप अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरने से नौ लोगों की मौत हुई है, जबकि नौ लोग ही घायल हुए हैं।
नड्डा-कश्यप ने जताया दुख
शिमला। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा व प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि चंबा हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने दुख की घड़ी में शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदनाएं तथा घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की प्रार्थना की है।
घायलों के स्वस्थ्य होने की कामना
शिमला। कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप रिठौर ने चंबा बस दुर्घटना पर दुख प्रकट करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
सात जन्मों की कसमें खाकर अंतिम सफर पर निकला जोड़ा
चंबा
चंबा-तीसा मुख्य मार्ग पर बुधवार को पेश आए दर्दनाक हादसे में सात जन्मों की कसमें खाकर शादी के बंधन में बंधे चुहाड़ गांव के उमेदा व भागदेई ने एक साथ दुनिया को अलविदा कह दिया। इस हादसे में दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। दोपहर बाद सफेद कफन से लिपटे पति-पत्नी के शव घर के आंगन में पहुंचने पर पारिवारिक सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल था। मां-बाप को एक साथ खोने का गम औलाद के चेहरे पर साफ दिख रहा था। माहौल इतना हृदयविदारक था कि मौके पर मौजूद हर व्यक्ति की आंख नम दिखी। चुहाड़ गांव का उमेदा बुधवार सुबह पत्नी भागदेई संग तीसा अस्पताल में चैकअप के लिए बस में सवार होकर घर से निकला था।
उमेदा व भागदेई के पारिवारिक सदस्यों को क्या पता था कि वे एक ऐसे सफर पर निकल रहे हैं, जहां से वे दोनों कभी वापस नहीं लौटेगें। तीसा अस्पताल से महज कुछ मीटर पहले अचानक बस अनियंत्रित होकर खाई में जा गिरने से दोनों की मौत हो गई। बस हादसे की सूचना पाते ही उमेदा व भागदेई के परिजन उनके जिंदा होने की उम्मीद लेकर मौके की ओर दौड़ पड़े, मगर मौके पर पहुंचकर मां-बाप के सफेद कफन से लिपटे शव देखकर उनकी सारी उम्मीदें धराशायी हो गई।
कभी न भूलने वाले जख्म
दोपहर बाद उमेदा व भागदेई के शव का हिंदू रीति रिवाज के मुताबिक अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दर्दनाक हादसे ने चुराह घाटी के कई परिवारों को ऐसे जख्म दे डाले हैं, जिनकी अब भरपाई हो पाना नामुकिन है। इस हादसे में किसी ने अपना बेटा तो किसी ने बाप और किसी ने बेटी तो किसी ने मां खोई है। पुलिस ने कागजी औपचारिकताएं निपटाने के बाद दोनों के शव पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिए।
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