
मानसून अब तक हिमाचल को 530 करोड़ की चपत लगा चुका है। बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी को हुआ है। वहीं, बारिश से आईपीएच, बागबानी व कृषि को भी काफी नुकसान का आकलन लगाया गया है। राज्य आपदा प्राधिकरण से प्राप्त जानकारी के तहत बारिश में अभी तक 530 करोड़ का नुकसान हो चुका है। हालांकि मौजूदा मानसून सीजन के दौरान अभी तक राज्य में सामान्य से कम बारिश हुई है।
मानसून के आगाज के दौरान जून-जुलाई के दौरान सामान्य से कम बारिश रिकार्ड की गई है। अगस्त के आखिरी में हिमाचल प्रदेश में मानसून सक्रिय हो गया था। इस दौरान मैदानी इलाकों सहित मध्यम ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कई स्थानों पर झमाझम बारिश हुई, जिसके चलते प्रदेश के इन क्षेत्रों में बारिश से काफी नुकसान हुआ था। अगर अभी तक पूरे मानसून सीजन की बात की जाए, तो राज्य में बीते सीजन के मुकाबले कम बारिश हुई है, मगर कम बारिश भी प्रदेश को करोड़ों के जख्म दे गई है। बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान पीडब्ल्यूडी को पहुंचा है। राज्य में बारिश के चलते अभी भी कुछ ग्रामीण मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण से प्राप्त जानकारी के तहत अभी भी मंडी और कंडाघाट में बारिश से दो-दो मार्ग यातायात के लिए अवरुद्ध पडे़ हैं।
FROM - HIM NEWS
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