
जोगिंद्रा बैंक प्रबंधक शामती सहित एक अन्य महिला के खिलाफ विजिलेंस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। बैंक प्रबंधक और महिला पर तीन स्वयं सहायता समूहों को आई साढे़ चार लाख की ऋण राशि डकारने का आरोप है। मामला 2015 में सामने आया था जिसकी शिकायत 2018 में हुई थी। बैंक के बार-बार चक्कर काटने के बावजूद स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने विजिलेंस में शिकायत दी। वहीं विजिलेंस ब्यूरो ने जांच के बाद मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। जिसके तहत बुधवार को विजिलेंस टीम ने बैंक शाखा से मामले के संबंध में रिकॉर्ड तलब कर उसे फोरेंसिक जांच के लिए जुन्गा भेजा है। अब मामले को लेकर अन्य कई खुलासे भी हो सकते हैं।
जिसकी विजिलेंस जांच कर रही है। जानकारी अनुसार सोलन क्लीन के गंगा स्वयं सहायता समूह, पाजो का श्रद्धा और पाजो क्षेत्र का ही रीना स्वयं सहायता समूह को जोगिंद्र बैंक से डेढ़-डेढ़ लाख रुपये की राशि ऋण के रूप में दी थी। लेकिन वह स्वयं सहायता समूह तक नहीं पहुंच सकी। एक वर्ष बाद बैंक से ऋण की किश्त सहित राशि जमा न करवाने पर रिकवरी नोटिस जारी हो गया। जबकि यह राशि समूह तक पहुंची ही नहीं थी। जब महिलाओं ने इसकी पड़ताल की तो पता चला कि उनके लिए यह राशि बैंक में आई थी। विजिलेंस जांच में बैंक प्रबंधक और अन्य एक महिला की धोखाधड़ी सामने आई है। अब विजिलेंस ने मामला दर्ज कर आगामी जांच शुरू कर दी है।
फोरेंसिक जांच के लिए भेजा रिकॉर्ड डीएसपी विजिलेंस संतोष शर्मा ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने 2018 में शिकायत दी थी। जिसमें महिलाओं ने समूह के लिए आई ऋण राशि डकारने का आरोप बैंक प्रबंधक पर लगाया था। इसमें शिकायत के बाद मामले की जांच की गई। बैंक प्रबंधक सहित अन्य एक महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर बैंक से संबंधित रिकॉर्ड फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद अगामी कार्रवाई की जाएगी।
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