­

Monday, December 27, 2021

बिहार के इन दो बड़े क्षेत्रों के लोगों को नए साल में मिलेगा सौगात, रेल मार्ग होगा शुरू जानिए

loading...

 



मिथिलांचल एवं सीमांचल जल्द ही रेल लाइन से जुड़ने वाला है। दरभंगा से वाया सकरी, झंझारपुर, निर्मली होते हुए सहरसा तक जल्द ही ट्रेन दौड़ने की संभावना है। रेल महकमा इस रेलखंड पर रेल परिचालन शुरू करने की कवायद में तेजी से जुटा हुआ है। सब सही रहा तो अप्रैल 2022 तक इस रेलखंड के माध्यम से मिथिलांचल व सीमांचल जुड़ जाएंगे। वर्तमान में दरभंगा से झंझारपुर तक और सहरसा से कुपहा तक रेल परिचालन हो रहा है। बीते शुक्रवार को कुपहा से निर्मली तक सीआरएस निरीक्षण किया गया है जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सहरसा से निर्मली तक रेल परिचालन शुरू हो जाएगा।

झंझारपुर से तमुरिया तक सीआरएस निरीक्षण पूर्व में ही हो चुका है। अब केवल तमुरिया से निर्मली तक सीआरएस निरीक्षण होना है। नए साल में 15 जनवरी तक इसके होने की संभावना जताई जा रही है। विभागीय अभियंताओं के अनुसार तमुरिया और निर्मली के बीच ट्रैक बिछाने से लेकर स्टेशन भवन व अन्य कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं। बीते कुछ दिनों से रेल लाइन की स्थिति जानने को लगातार ट्रायल ट्रेन चलाया जा रहा है। तमुरिया से निर्मली तक सीआरएस निरीक्षण होने के बाद कभी भी इस रेलखंड पर दरभंगा से सहरसा तक रेल परिचालन की घोषणा की जा सकती है। सीआरएस एएम चौधरी के अनुसार अप्रैल 2022 में निर्मली से झंझारपुर, सकरी होते हुए दरभंगा तक रेल परिचालन शुरू होने की संभावना है। बता दें कि इस रेलखंड के चालू हो जाने से वर्षों बाद मिथिलांचल व सीमांचल का रेल लाइन से सीधा जुड़ाव होगा और इस रेलखंड का लाभ इस क्षेत्र की लाखों की आबादी को मिलेगा।

88 साल बाद चालू होगा रेलखंड

मिथिलांचल को सीमांचल से जोड़ने वाला यह रेलखंड 1934 से बंद है। इस रेलखंड को फिर से चालू करने के लिए 2012 में आमान परिवर्तन शुरू किया गया था। बीते नौ सालों से इस रेलखंड पर कार्य चल रहा है।

2016-17 में लिया गया मेगा ब्लॉक

इस रेलखंड पर आमान परिवर्तन के लिए 2016-17 में मेगा ब्लॉक लिया गया था। वर्ष 2016 में पहले निर्मली से घोघरडीहा और फिर घोघरडीहा से झंझारपुर मेगा ब्लॉक किया गया। इसके बाद वर्ष 2017 में लौकहा से सकरी वाया झंझारपुर मेगा ब्लॉक लिया गया था। वर्तमान में दरभंगा से झंझारपुर तक ही एक जोड़ी सवारी गाड़ी का परिचालन हो रहा है। इस क्षेत्र के लोग दूरदराज की यात्रा से वंचित हैं। इन्हे भी जरूर पढ़ें

Shimla, Mandi, Kangra, Chamba, बिहार, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, कानपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, नालंदा, पटना, मुजफ्फरपुर, जहानाबाद, पटना, नालंदा, अररिया, अरवल, औरंगाबाद, कटिहार, किशनगंज, कैमूर, खगड़िया, गया, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, नवादा, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, बक्सर, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, मधुबनी, मधेपुरा, मुंगेर, रोहतास, लखीसराय, वैशाली, शिवहर, शेखपुरा, समस्तीपुर, सहरसा, सारण सीतामढ़ी, सीवान, सुपौल, #बिहार, #मुजफ्फरपुर, #पूर्वी चंपारण, #कानपुर, #दरभंगा, #समस्तीपुर, #नालंदा, #पटना, #मुजफ्फरपुर, #जहानाबाद, #पटना, #नालंदा, #अररिया, #अरवल, #औरंगाबाद, #कटिहार, #किशनगंज, #कैमूर, #खगड़िया, #गया, #गोपालगंज, #जमुई, #जहानाबाद, #नवादा, #पश्चिम चंपारण, #पूर्णिया, #पूर्वी चंपारण, #बक्सर, #बांका, #बेगूसराय, #भागलपुर, #भोजपुर, #मधुबनी, #मधेपुरा, #मुंगेर, #रोहतास, #लखीसराय, #वैशाली, #शिवहर, #शेखपुरा, #समस्तीपुर, #सहरसा, #सारण #सीतामढ़ी, #सीवान, #सुपौल,

FROM - HIM NEWS
loading...
loading...

Post Comments

No comments:

Post a Comment

Back To Top