जानकारी के लिए बता दे की इसे सोने की नदी भी कहा जाता है. बताते चले की झारखंड में कुछ ऐसी जगहें हैं, जहां स्थानीय आदिवासी इस नदी में सुबह जाते हैं और दिन भर रेत छानकर सोने के कण इकट्ठा करते हैं. इस काम में उनकी कई पीढ़ियां लगी हुई हैं. तमाड़ और सारंडा जैसे इलाके ऐसे हैं जहां पुरुष, महिलाएं और बच्चे सुबह उठकर नदी से सोना इकट्ठा करने जाते हैं.
इन इलाकों के ग्रामीणों के मुताबिक, एक दिन में एक शख्स सिर्फ एक या दो सोने का कण ही ढूंढ पाता है। बाजार में इसका 200 से 400 रुपये के बीच मूल्य मिलता है और औसतन एक महीने में 5-7 हजार रुपये मिल जाते हैं। इन्हे भी जरूर पढ़ें
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