
सभी ने किया इस झूठी अफवाह का खंडन
ताजा खबर सोलन जिले से सामने आई है, जहां पर देर रात को यह वाक्या घटित हुआ. हालांकि, बाद में आईजीएमसी ने इन बातों का खंडन करते हुए कहा की वे स्वस्थ हैं।
इसके अलावा न्यूज 4 हिमालयंस की तरफ से भी थोड़ी देर पहले की शेयर की गई खबर में जानकारी साझा करते हुए बताया था कि वीरभद्र सिंह की स्थिति में सुधार हो रहा है। उनका ऑक्सिजन लेवल 96% है, वहीं उनका बीपी और शुगर भी नियंत्रण में है। डॉक्टर उनके स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
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इतना ही नहीं बीते शाम वीरभद्र सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह ने भी अपने सोशल मीडिया अकॅाउंट के जरिए ये जानकारी साझा की है कि वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं। फिलहाल, वीरभद्र सिंह को आईजीएमसी के मेकशिफ्ट अस्पताल में भर्ती किया गया है। लेकिन इस सब के बावजूद राजा साहब के निधन की खबर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई।
अब इस पूरे मामले को लेकर प्रशसन ने सख्ती बरतने का मूड बना लिया है. हिमाचल के डीजीपी संजय कुंडू की ओर से बयान जारी किया गया और कहा है कि झूठी खबर और अफवाह फैलाने वालों पर आपदा अधिनियम और आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई होगी। उन्होंने बताया कि सोलन जिले से कुछ शरारती तत्वों ने सोशल मीडिया पर ये अफवाहें फैलाई है।
छह विभागों के विशेषज्ञ रखेंगे स्वास्थ्य पर नजर, सर्कुलर जारी
इस सब के बीच सामने आई ताजा अपडेट के अनुसार शिमला स्थित आइजीएमसी में दाखिल पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के स्वास्थ्य पर निगरानी रखने के लिए अब छह विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टर तैनात किए जाएंगे। उनकी गंभीर स्थिति में पहुंचने पर आइजीएमसी प्रशासन ने दिशा निर्देश जारी किए हैं।
आइजीएमसी के प्रधानाचार्य डॉ रजनीश पठानिया ने इसके संबंध में सर्कुलर जारी किया है। बताया जा रहा है कि वीरभद्र सिंह सांस की दिक्कत के साथ विभिन्न बीमारियों से भी ग्रसित हैं, इसलिए उन्हें विशेष निगरानी में रखा जा रहा है।
FROM - HIM NEWS
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