सभी जानते हैं गुलाबजल व ग्लिसरीन चेहरे की त्वचा के लिए कितना फायदेमंद है, फिर भी बहुत कम लोग दोनों के मिश्रण फायदे अच्छी तरह से नहीं जानते। मिश्रण का असर चेहरे की त्वचा पर सर्दी में व गर्मी में ज्यादा होता है। क्योंकि दोनो समय त्वचा या तो तैलीय हो जाती है या फिर रूखापन आ जाता है। आईये हम आपको दोनों के मिश्रण इस्तेमाल के फायदे विस्तार से बता देते हैं।
गुलाबजल व ग्लिसरीन को मिलाकर चेहरे पर हलके हलके रगरने से त्वचा रूखेपन से निखारने में सहायक है। यह प्रक्रिया सोने से पहले करनी 5 मिनट के लिए चाहिए। गुलाबजल व ग्लिसरीन को सप्ताह में 2 दिन लगाने से त्वचा की कोशिकाओं में नई जान आ जाती है। और त्वचा के छिद्रो में अन्दर जमने वाला मैल आसानी से मलने पर बाहर आ जाता है।
गुलाबजल व ग्लिसरीन त्वचा पर हलका रगडने से चेहरे पर खून संचार में सहायक है क्योंकि इसमें एन्टी एजिंग रोधक गुण होते हैं। जोकि चेहरे पर झुरियां पड़ने से रोकते हैं। चेहरा उम्र के हिसाब से कफी यंग व सुन्दर लगता है। त्वचा को ढीलापन व रूखेपन को दूर करने का गुलाबजल व ग्लिसरीन एक खास समान्तर बनाने में दवा का काम करता है, इससे चेहरे में निखार व दाग धब्बे देर हो जाते हैं।
चेहरे पर बने मुहांसे के रोम छिद्र को ब्लेक स्पोट होने से बचाता है। त्वचा में चिकनाई व खिला-खिला दिखता है। इस तरह सप्ताह में 2 बाद चेहरे पर गुलाबजल व ग्लिसरीन के मिश्रण से अवश्य हल्की-हल्की मालिश 5 मिनट तक करें। ज्यादातर यह प्रक्रिया रात को सोने से पहले करें, क्योंकि गुलाबजल व ग्लिसरीन में पाये जाने वाले एन्टी एजिंग रोधक गुण दिन की जगह रात को ज्यादा असर करते हैं।
ग्लिसरीन ग्लिसरीन हमारे दैनिक सौंदर्य को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण उत्पादों में से एक हैं। ये मुख्य रूप से चेहरे की त्वचा को नमी देती हैं। लेकिन ग्लिसरीन को इस्तेमाल करने के लिए और भी कई तरीके हैं। यहां कुछ सुझाव हैं कि आप किस तरीके से ग्लिसरीन का प्रयोग कर सकते हो।
ग्लिसरीन के फायदे
टान्सिलाइटिस : गर्म पानी में ग्लिसरीन मिलाकर गरारे करने से टान्सिलाईटिस ठीक हो जाता है।
जलना : जले हुए अंगों पर ग्लिसरीन लगाने से दर्द और जलन कम हो जाती है तथा छाले भी नहीं पड़ते हैं।
हाथों का सौन्दर्य : चौथाई चम्मच ग्लिसरीन, नींबू और गुलाबजल, 1 पिसा हुआ बादाम और 1 चम्मच दूध की मलाई को मिलाकर रात को सोते समय हाथों पर मलने से हाथ मुलायम होते हैं और त्वचा के रंग में निखार आता है।
नाखून : नाखूनों पर रात को ग्लिसरीन लगाने से नाखूनों का रूखापन दूर होता है।
त्वचा का फटना : त्वचा फटने पर ग्लिसरीन लगाने से लाभ मिलता है।
थकावट : थकावट होने पर पैरों में ग्लिसरीन की मालिश करने से लाभ मिलता है।
मुंह के छाले : होंठ के फट जाने पर ग्लिसरीन लगाने से लाभ मिलता है। ग्लिसरीन को रोजाना 3 बार होंठों पर लगाने होठ मुलायम हो जाते हैं।
टांसिल का बढ़ना : गर्म पानी में ग्लिसरीन को मिलाकर कुल्ला करने से गले मे काफी आराम आता है। ग्लिसरीन को फुरेरी (रूई के फाये से) से टांसिल पर लगाने से सूजन कम हो जाती है।
गले में गांठ का होना : गर्म पानी में ग्लिसरीन डालकर इससे गरारे करने से टॉन्सिलाइटिस (गले की गांठ) में आराम मिलता है।
कान में कीड़ें चले जाना : रूई की एक लम्बी सी बत्ती बनाकर इसे ग्लिसरीन में भिगोकर फिर इस बत्ती को कान के अन्दर डालकर धीरे-धीरे से घुमाएं और धीरे-धीरे ही इसे निकाल लें। कान के कीड़े मकोड़े होगें तो वो बाहर आ जायेंगे।
मेकअप सेटिंग स्प्रे : आजकल मेकअप सेटिंग स्प्रे जो जिसमें काफी रसायन होते हैं, ये मार्केट में भी उपलब्ध हैं। इसी कारण की वजह से हम आपको प्राकृतिक चीजों को इस्तेमाल करने का सुझाव देते हैं। ग्लिसरीन को गुलाब जल और नींबू के रस में मिलाकर लगाने से एक बेहतर मेकअप सेटिंग स्प्रे बनता हैं।
मिक्सचर बनाने के लिए 20 मिलीलिटर गुलाब जल, 2 बूंद ग्लिसरीन और 1 टेबलस्पून नींबू का रस मिक्स करके एक स्प्रे बोतल में स्टोर कर सकते हैं। इसको आप एक महीने तक इस्तेमाल कर सकते हैं, अगर आपकी ड्राई स्किन हैं तो आप विटामिन ई के कैप्सुल मिला सकते हैं।
फेशियल क्लिंसर और स्क्रब : आप ग्लिसरीन की मदद से एक बेहतरीन और रसायन मुक्त स्क्रब बना सकती हैं। इसके लिए एक टेबल स्पून चीनी लेकर ग्लिसरीन में मिक्स करें उसमें घुल जाने के बाद चीनी के बचें कणों की मदद से अपने चेहरे का स्क्रब करें।
घर के बनाया ये स्क्रब आपके चेहरे की डेड स्किन हटाकर आपके चेहरे पर निखार लाता हैं। इस स्क्रब को आप चेहरे के अलावा शरीर के दूसरे हिस्सों पर भी लगा सकतें हैं। इस मिक्सचर को आप मेकअप हटाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
फेशियल मास्क : इस मिक्सचर को आप चेहरे पर फेशियल मास्क के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। ये आपकी स्किन तो नमी तो देता ही हैं साथ ही क्लीन और डिटॉक्सिफाय भी करता हैं।
इसे लगाने से आपकी स्किन पर झुर्रियां नहीं होती। इसको मिक्सचर को रूई की मदद से फेस पर 10 मिनट पर लगाएं और फिर ठंड़े पानी से धो लें।
मॉस्चराइजर : जैसे की आप जानते हैं कि ग्लिसरीन का मुख्य काम त्वचा बढ़ाना हैं, खासकर सर्दियों में. इसे इस्तमाल करने के बाद आपका रसायन युक्त मॉस्चराइजर की ओर धारणा बदल जाएगी। इसकी सबसे अच्छी खासियत ये है कि ये हर स्किन के लिए बना हैं।
गुलाब जल समृद्ध है जो एक कैसेल के रूप में काम करता हैं, ये प्रभावशाली उपचार एक्ने, मुहांसे जैसी परेशानियों को खत्म करता हैं। अपनी दैनिक सुंदरता को बढ़ाने के लिए इसे रोजाना इस्तेमाल करें।
Punjab, Ludhiana, Jalandhar, Amritsar, Patiala, Sangrur, Gurdaspur, Pathankot, Hoshiarpur, Tarn Taran, Firozpur, Fatehgarh Sahib, Faridkot, Moga, Bathinda, Rupnagar, Kapurthala, Badnala, Ambala,Uttar Pradesh, Agra, Bareilly, Banaras, Kashi, Lucknow, Moradabad, Kanpur, Varanasi, Gorakhpur, Bihar, Muzaffarpur, East Champaran, Kanpur, Darbhanga, Samastipur, Nalanda, Patna, Muzaffarpur, Jehanabad, Patna, Nalanda, Araria, Arwal, Aurangabad, Katihar, Kishanganj, Kaimur, Khagaria, Gaya, Gopalganj, Jamui, Jehanabad, Nawada, West Champaran, Purnia, East Champaran, Buxar, Banka, Begusarai, Bhagalpur, Bhojpur, Madhubani, Madhepura, Munger, Rohtas, Lakhisarai, Vaishali, Sheohar, Sheikhpura, Samastipur, Saharsa, Saran, Sitamarhi, Siwan, Supaul,Gujarat, Ahmedabad, Vadodara, Surat, Rajkot, Vadodara, Junagadh, Anand, Jamnagar, Gir Somnath, Mehsana, Kutch, Sabarkantha, Amreli, Kheda, Rajkot, Bhavnagar, Aravalli, Dahod, Banaskantha, Gandhinagar, Bhavnagar, Jamnagar, Valsad, Bharuch , Mahisagar, Patan, Gandhinagar, Navsari, Porbandar, Narmada, Surendranagar, Chhota Udaipur, Tapi, Morbi, Botad, Dang, Rajasthan, Jaipur, Alwar, Udaipur, Kota, Jodhpur, Jaisalmer, Sikar, Jhunjhunu, Sri Ganganagar, Barmer, Hanumangarh, Ajmer, Pali, Bharatpur, Bikaner, Churu, Chittorgarh, Rajsamand, Nagaur, Bhilwara, Tonk, Dausa, Dungarpur, Jhalawar, Banswara, Pratapgarh, Sirohi, Bundi, Baran, Sawai Madhopur, Karauli, Dholpur, Jalore,Haryana, Gurugram, Faridabad, Sonipat, Hisar, Ambala, Karnal, Panipat, Rohtak, Rewari, Panchkula, Kurukshetra, Yamunanagar, Sirsa, Mahendragarh, Bhiwani, Jhajjar, Palwal, Fatehabad, Kaithal, Jind, Nuh, बिहार, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, कानपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, नालंदा, पटना, मुजफ्फरपुर, जहानाबाद, पटना, नालंदा, अररिया, अरवल, औरंगाबाद, कटिहार, किशनगंज, कैमूर, खगड़िया, गया, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, नवादा, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, बक्सर, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, मधुबनी, मधेपुरा, मुंगेर, रोहतास, लखीसराय, वैशाली, शिवहर, शेखपुरा, समस्तीपुर, सहरसा, सारण सीतामढ़ी, सीवान, सुपौल, बिहार, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, कानपुर, दरभंगा, समस्तीपुर, नालंदा, पटना, मुजफ्फरपुर, जहानाबाद, पटना, नालंदा, अररिया, अरवल, औरंगाबाद, कटिहार, किशनगंज, कैमूर, खगड़िया, गया, गोपालगंज, जमुई, जहानाबाद, नवादा, पश्चिम चंपारण, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, बक्सर, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, मधुबनी, मधेपुरा, मुंगेर, रोहतास, लखीसराय, वैशाली, शिवहर, शेखपुरा, समस्तीपुर, सहरसा, सारण सीतामढ़ी, सीवान, सुपौल,
No comments:
Post a Comment