बड़े शहरों के बाद अब छोटे शहरों में भी संक्रमण की रफ्तार बढ़ने लगी है। 10 मई को राज्य में जब टोटल लॉकडाउन लगाया गया तब से 14 मई तक यानी 5 दिन के अंदर संक्रमण के मामलों में कोई कमी देखने को नहीं मिली। प्रदेश के 7 शहरों में इन 5 दिनों में संक्रमण दर 30% से ऊपर रही है।
मौजूदा स्थिति को देखते हुए सरकार अब और सख्ती पर विचार कर रही है। सरकार का फोकस अब उन शहरों में ज्यादा सख्ती करने पर रहेगा, जहां ज्यादा केस मिल रहे हैं। इन शहरों या कस्बों में सख्ती से लॉकडाउन की पालना करवाने के साथ संक्रमित इलाके में ज्यादा से ज्यादा कंटेनमेंट जोन बनाए जाएंगे, ताकि संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके।
जोधपुर में एक्टिव केस 5.52% कम हुए
पिछले 4 दिन की रिपोर्ट देखें तो सबसे ज्यादा 11,526 मरीज जयपुर में रिकवर हुए हैं, लेकिन यहां संक्रमित केस ज्यादा आने के चलते एक्टिव केसों की संख्या में कमी आने की बजाय 2,095 की बढ़ोतरी हो गई है। वहीं जोधपुर दूसरा ऐसा शहर रहा जहां जयपुर के बाद रिकवर लोगों की संख्या सबसे ज्यादा रही। यहां 6,798 लोग रिकवर हुए, जिसके कारण यहां एक्टिव केस भी करीब 5.52% कम हुए हैं।
उधर पाली में भी एक्टिव केसों में एक हजार से ज्यादा की कमी आई है। इसके उलट उदयपुर में एक्टिव केस पिछले 5 दिनों में सबसे ज्यादा बढ़े है। यहां टोटल लॉकडाउन से पहले यानी 9 मई तक एक्टिव केस 7,864 थे। लेकिन लॉकडाउन के बाद 5 दिन में बढ़कर 11,019 पर पहुंच गए।
7 शहरों में पॉजिटिविटी रेट 30% से ऊपर, जालौर में सबसे कम
राज्य में 7 ऐसे जिले हैं, जहां लॉकडाउन के बाद पॉजिटिविटी रेट 30% से ऊपर रहा है। इसमें सबसे ज्यादा दर श्रीगंगानगर में 36% रही। इसके अलावा सीकर, भरतपुर, अलवर, जैसलमेर, दौसा और प्रतापगढ़ में भी संक्रमण की दर 30% से ज्यादा रही।
वहीं जालौर ऐसा जिला रहा जहां संक्रमण दर सबसे कम 4% फीसदी दर्ज की गई है। यहां टोटल लॉकडाउन लगने के बाद 5 दिन में सिर्फ 289 लोग ही संक्रमित मिले हैं।
जयपुर में सबसे ज्यादा संक्रमित केस मिले
लॉकडाउन के दौरान राजधानी जयपुर में 5 दिन के अंदर सबसे ज्यादा 16 हजार 667 संक्रमित केस मिले हैं। इसके बाद जोधपुर में 6260, उदयपुर में 5112 और अलवर में 4964 पॉजिटिव केस मिले हैं। वहीं जालौर और प्रतापगढ़ ऐसे जिले हैं जहां इन पांच दिनों में 500 से भी कम संक्रमित मिले हैं।
FROM - HIM NEWS
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