चंबा: बच्चों के लिए चॉकलेट लाने का वायदा कर घर से निकले बुजुर्ग दंपती को क्या पता था कि यह उनकी जिंदगी का आखिरी सफर होगा। दोनों सिविल अस्पताल तीसा जा रहे थे। कॉलोनी मोड़ के पास हुई निजी बस दुर्घटना में जीवन के 35 बसंत साथ बिताने वाले पति-पत्नी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। दुर्घटनास्थल पर ही पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव परिजनों के हवाले कर दिए गए।
बुजुर्ग दंपती की निजी बस हादसे में मौत की खबर सुनकर उनके गांव चुहाड़ में मातम छा गया। घर में पहुंचे शव देखकर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल था। ग्रामीण यही कहते सुने गए कि जिंदगी का सफर तय करने के बाद आज दोनों एक-दूसरे के साथ ही दुनिया को अलविदा कह गए।
हरतवास पंचायत के चुहाड़ निवासी उमेदा राम (58) और उसकी पत्नी भागदेई (52) बुधवार को दवाई लेने के लिए निजी बस से सिविल अस्पताल तीसा जा रहे थे। घर से निकलते समय पोता-पोती ने चाकलेट लाने की बात कही थी। दादा-दादी ने बच्चों से वापस आती बार चॉकलेट लाने की बात कही थी।
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