पंचायत चुनावों का बिगुल बज चुका है और रोहडू उपमंडल के छौहारा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों मे शराब पीलाकर वोट बटोरने में उम्मीदवारों की कसरतें भी शुरू हो गई हैं। इस विरोध में एंटी ड्रग फेडरेशन छौहारा (एडीएफ) ने भी कडे़ तेवर अपनाए हैं। एडीएफ ने क्षेत्र की हर पंचायत में नशा माफियों की ओर से शराब सहित अन्य मादक पदार्थों खेप पहुंचाने का आरोप लगाया हैं। इस बारे में एडीएफ छौहारा के एक विशेष प्रतिनिधिमंडल ने एसडीएम रोहडू बीआर शर्मा को एक ज्ञापन सौंपा। जिसमें क्षेत्र में नशे की अवैध आपूर्ति को रोकने की मांग की हैं।
एडीएफ के प्रधान प्रताप ठाकुर का कहना कि छौहारा क्षेत्र के विभिन्न गांवों की ओर कुछ दिनों से शराब की अवैध सप्लाई चल रही हैं। चुनाव के चलते इस शराब को हर पंचायत के चुनाव में मतदाताओं को मुफ्त में बांटने व बेचकर मुनाफा कमाने की योजना हैं। जिससे गांव के भोले-भाले लोगों को लोकतंत्र में स्वंतत्र रूप से वोट डालनें के अधिकारों का हनन होगा, वहीं इससे गांव-गांव में दंगे होने की भी आशंका बढ़ सकती हैं। इस बारे मे एसडीएम रोहडू बीआर शर्मा ने बताया कि चुनाव के दौरान शराब पिलाने व दूसरे गैर लोकतांत्रिक प्रलोभनों का चलने कानून रूप से दंडनीय हैं। ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
इसको लेकर प्रशासन संवेदनशील है। उपमंडल के सभी थानों प्रभारियों को इसको लेकर जल्द आदेश प्रेषित किए जाएंगे। इस अवसर पर एडीएफ छौहारा की ओर से संगीता खुराणा, मितला बिष्ट, मनिंदर ठाकुर, जिशन डेरवाण, प्रताप चौहान, प्रमोद बरवाल, सुरेश चत्रवाण, सुनील, विनय चौहान, रवि किमलाटा आशा, ललीता, अमीत, नीलम शर्मा, नीला, पृथ्वीराज व अमन नेगी मौजूद रहे।
स्थानीय देवी-देवताओं की दिलाई जा रहीं कसमें
बता दें कि साथ ही छौहारा के विभिन्न गांवों में कुछ उम्मीदवारों की ओर से मतदाताओं को स्थानीय देवी-देवताओं की कसमें खिलाकर चुनाव के नियमों को प्रभावित करने का काम चल रहा हैं, जो अवैध है। एंटी ड्रग फेडरेशन छौहारा ने एसडीएम रोहडू से मांग की है कि पंचायत चुनाव को लेकर नशा माफियों की ओर से चलाई जा रही इन अवैध गतिविधियों पर कानूनी रूप से शिकंजा कसा जाए, ताकि चुनाव शांतिपूर्ण व लोकतांत्रिक रूप से संपन्न हो सकें।
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