
कोरोना के मामलों में हिमाचल शिखर पर है। सरकार का नारा “शिखर पर हिमाचल“ तो विकास में फ़िसड्डी रह गया जबकि कोरोना के मामलों में यह नारा साकार हो गया है। न्यायालय को कोरोना पर सरकार को दिशा निर्देश देने पड़ रहे हैं। जिससे सरकार की कार्य कुशलता पर सवाल खड़े होते है। शिमला पहाड़ों की रानी की जगह कोरोना की रानी बन गयी है। ऐसे में पर्यटक कैसे आएगा। सरकार नियमों में सख़्ती दिखाए। जनता को राम भरोसे न छोड़े। सरकार ने निश्चित रूप से कोरोना पर लापरवाही बरती है। जिसकी जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री नही तो स्वास्थ्य मंत्री को अपने पद से इस्तीफ़ा देना चाहिए।
कांग्रेस पार्टी प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने इस दौरान अस्पतालों में जो मदद हो सकती थी की है। जो सुझाव न्यायालय ने सरकार को दिए है उनका सरकार पालन करे। प्रदेश के अस्पतालों की स्थिति ठीक नहीं है। अस्पतालों में कोविड मरीजों को रखने के लिए जगह नहीं बची है। मुख्यमंत्री मानते है कि कोरोना बढ़ रहा है लेकिन हिमाचल के लोगों से, बाहर से आने वाले लोगों से नहीं। सरकार को बाहर से आने वाले लोगों की जांच सुनिश्चित करनी चाहिए। सरकार ख़ुद कार्यक्रमों में कोरोना के नियमों की धज्जियां उड़ा रही है। जबकि कांग्रेस पर सरकार मुकदमे बना रही है। दूसरी ओर भाजपा व सरकार के लोग नियम तोड़ रहे है उनपर कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। ये दोहरे मापदंड क्यों? बसों में कोई सोशल डिस्टेंसिग नही हो रही है, सेनेटाइजेशन नहीं हो रही है।
कांग्रेस पार्टी कल यानी कि 8 दिसंबर भारत बन में करेगी किसानों का समर्थन। कल के बन्द में कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। सभी वर्गों से आग्रह है कि वह इस बन्द में अपना सहयोग दें। आज किसान खतरे में है। किसानों के आंदोलन को बदनाम करने का सुनियोजित षडयंत्र चल रहा है। इसके पीछे सरकार के वह बड़े बड़े पूंजीपति है जो भविष्य में किसानों का शोषण करने वाले हैं। कल हिमाचल में 50 लोगों के साथ कांग्रेस आंदोलन करेगी।
FROM - HIM NEWS
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