
ब्लॉक कांग्रेस कमेटी चंबा के अध्यक्ष करतार सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय की ओर से चंबा में सचल मृदा जांच प्रयोगशाला यानी मोबाइल सॉइल टेस्टिंग लैब प्रदान की गई, लेकिन आज दिन तक इसमें टेस्टिंग की प्रतिशत नगन्य ही रही है। मोबाइल सॉइल टेस्टिंग लैब वाहन पिछले दो वर्षों से चंबा के राजपुरा स्थित कृषि बीज विपणन केंद्र के प्रांगण मे धूल फांक रही है। उन्होंने कहा कि आधुनिक टेस्टिंग उपकरणों से सुसज्जित इस मोबाइल वैन के लिए सरकार द्वारा लगभग 80 लाख रुपए खर्च किए गए थे। इसके लिए प्रशिक्षित चालक व सॉइल टेस्टिंग अटेंडेट के पद भी भरे गए थे, लेकिन आज दिन तक चंबा में न तो किसानों की जमीनों की टेस्टिंग हुईं है और न ही टेस्टिंग वैन के प्रशिक्षित स्टाफ का ही कोई अता पता है।
उन्होंने कहा कि कई महीनों से चंबा में कृषि विभाग में कृषि उपनिदेशक का पद भी खाली चल रहा है। उन्होंने कहा कि इन दिनों रबी की फसल बोने का समय है, लेकिन कृषि विभाग के बीज विपणन केंद्रों मे बीज ही उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि चंबा की लगभग 80 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर कृषि या इससे जुडे़ व्यवसायों पर निर्भर करती हैं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्तर की ऐसी कई योजनाएं हैं, जिनका लाभ जिला के आम लोगों तक नहीं पहुंच रहा है। इसके साथ ही लोगों को इन योजनाओं के बारे में जागरूक करने के लिए विभागीय अधिकारियों द्वारा भी कोताही बरती जा रही है। इसका सीधा खामियाजा जिला के लोगों को उठाना पड़ रहा है। उन्होंने सरकार से मांग उठाते हुए कहा कि मोबाइल टेस्टिंग वैन, कृषि बीज विपणन केंद्र में बीजों की उपलब्धता और कृषि उपनिदेशक के रिक्त पद को जल्द भरा जाए।
FROM - HIM NEWS
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