हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग द्वारा रविवार को सुबह के सत्र में आयोजित टीजीटी आर्ट्स पोस्ट कोड-795 की लिखित परीक्षा में स्टेनो टाइपिस्ट के प्रश्नपत्र बांट दिए गए। यह मामला सोलन जिला के एक परीक्षा केंद्र में सामने आया है। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, सोलन परीक्षा केंद्र में कुछ अभ्यर्थियों को टीजीटी आर्ट्स के प्रश्नपत्र की जगह स्टेनो टाइपिस्ट के प्रश्नपत्र दे दिए गए। प्रश्नपत्र बंटने के बाद भी इस बात का पता नहीं चल सका कि गलत प्रश्नपत्र दे दिए गए हैं। अभ्यर्थी भी परीक्षा देकर बाहर निकल गए।
परीक्षा समाप्त होने के बाद ही इस बात का खुलासा हुआ कि कुछ अभ्यर्थियों को गलत प्रश्नपत्र दिए गए थे। दरअसल किसी परीक्षार्थी ने अन्य के साथ अपने प्रश्नपत्र का आकलन किया, तब जाकर पता चला कि गलत प्रश्नपत्र मिले हैं। इसके बाद अफरा-तफरी मच गई तथा संबंधित एग्जाम सेंटर प्रबंधन व अन्य अधिकारियों ने कमीशन को सूचित कर दिया। हालांकि स्टेनो टाइपिस्ट पोस्ट कोड- 786 की लिखित परीक्षा रविवार को ही शाम के सत्र में आयोजित की जानी थी। मामला सामना आने के बाद शाम को होने वालो स्टेनो टाइपिस्ट का पेपर रद्द करना पड़ा।
इसके साथ ही संबंधित उपमंडलधिकारी व परीक्षा समन्वयकों से भी इतनी बड़ी चूक को लेकर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है। इनके द्वारा स्थिति स्पष्ट किए जाने के उपरांत ही कर्मचारी चयन आयोग आगामी कार्रवाई करेगा। फिलहाल तुरंत प्रभाव से स्टेनो टाइपिस्ट की परीक्षा रदद् करनी पड़ी। बता दें कि टीजीटी आर्ट्स की परीक्षा प्रदेश भर में 192 केंद्रों में आयोजित हुई। टीजीटी आर्ट्स के 307 पदों को भरने के लिए सुबह दस से 12 बजे तक यह परीक्षा हुई। स्टेनो टाइपिस्ट के 33 पदों को भरने के लिए 5402 अभ्यर्थियों ने आवेदन कर रखा था।
कैसे हुई चूक, पहेली
कर्मचारी चयन आयोग का दावा है कि प्रश्न पत्र आबंटन में चूक संभव नहीं है। टे्रजरी से प्रश्नपत्र सुबह आठ बजे निकला। हालांकि दोनों ही परीक्षाओं के प्रश्नपत्र सुबह आठ बजे परीक्षा नियंत्रकों की देखरेख में परीक्षा केंद्र प्रबंधन को सौंपे गए। इसके बाद इन्हें प्रश्नपत्रों को सुरक्षित रखना था। इसी दौरान प्रश्नपत्र आबंटन में चूक हुई है। इस चूक का खामियाजा हजारों अभ्यर्थियों को भुगतान पड़ा, क्योंकि गलत पेपर आबंटन की बात करीब एक बजे सामने आई, तब तक वे परीक्षा देने केंद्रों पर पहुंच गए थे।
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