बिहार में इसलिए एनडीए हुए आगे, मोदी का चला जादू, जानिए आखिर क्या है - बिहार विधानसभा चुनाव के रुझानों से साफ है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियों ने इस बार के चुनाव में काफी असर दिखाया है। शुरुआती रुझान अगर नतीजों में बदल जाते हैं तो बिहार को लेकर अधिकांश एग्जिट पोल एक बार फिर गलत साबित होंगे। शुरुआती रुझानों से स्पष्ट है कि बिहार के मतदाताओं ने एक बार फिर भाजपा और जदयू में भरोसा जताया है। पीएम मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जोड़ी बिहार में जादू करती नजर आ रही है।
मोदी ने की थीं 12 रैलियां
इस बार के बिहार विधानसभा चुनाव में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने रैलियों की शुरुआत 23 अक्टूबर को की थी। पीएम मोदी ने इस बार कुल 12 रैलियों को संबोधित किया और उनकी ये रैलियां सासाराम, गया, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पटना, छपरा, पूर्वी चंपारण, समस्तीपुर, पश्चिम चंपारण, सहरसा और फारबिसगंज में हुई थी। अपनी इन रैलियों के दौरान उन्होंने महागठबंधन पर तीखा हमला करते हुए तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर उन्हें जंगलराज का युवराज बताया था।
महागठबंधन पर बोला था तीखा हमला
पीएम मोदी ने अपनी रैलियों में महागठबंधन पर हमला करते हुए यह भी कहा था कि जिस तरह उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में दो युवराज फेल हुए थे, ठीक उसी तरह बिहार में भी दोनों युवराज फेल हो जाएंगे।
उनका इशारा तेजस्वी यादव और राहुल गांधी की ओर था। मंगलवार को मतगणना से मिल रहे रुझानों से साफ है कि पीएम मोदी ने जिन- जिन जगहों पर रैलियां की थीं, उनमें से अधिकांश जगहों पर एनडीए उम्मीदवारों को बढ़त मिलती दिख रही है।
इन सीटों पर एनडीए ने बनाई बढ़त
यदि दरभंगा की बात की जाए तो एनडीए को यहां की 10 में से 9 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है। मुजफ्फरपुर में भी भाजपा प्रत्याशी सुरेश कुमार राजद प्रत्याशी से आगे चल रहे हैं। यदि पटना की बात की जाए तो पटना की अधिकांश सीटों पर भाजपा और जेडीयू का गठबंधन महागठबंधन पर भारी पड़ता दिख रहा है।
पीएम मोदी ने सहरसा में भी रैली को संबोधित किया था और यहां भी भाजपा के प्रत्याशी आलोक रंजन राजद की बहुचर्चित प्रत्याशी और पूर्व सांसद लवली आनंद से आगे चल रहे हैं। पीएम मोदी की रैलियों से जुड़ी अन्य सीटों पर भी एनडीए के प्रत्याशी महागठबंधन पर भारी पड़ते दिख रहे हैं।
एनडीए ने दिया महागठबंधन को झटका
बिहार विधानसभा चुनाव की मतगणना शुरू होने पर आज सुबह शुरुआती 2 घंटों में महागठबंधन आगे चल रहा था मगर फिर बाद में एनडीए ने अपनी ताकत दिखाई और महागठबंधन पर बढ़त बना ली।
बिहार विधानसभा चुनाव में बहुमत का आंकड़ा 122 सीटों का है और महागठबंधन बहुमत के आंकड़े से आगे निकल चुका है। हालांकि कई सीटों पर बढ़त का मार्जिन काफी कम होने के कारण अंतिम नतीजों में अभी उलटफेर की गुंजाइश बनी हुई है। विभिन्न सियासी दलों के नेता अंतिम नतीजों का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। देश विदेश की खबरें और मज़ेदार लेख के लिए यहाँ क्लिक करें साथ में हमें फॉलो करना न भूलें।
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