हिमाचल प्रदेश में करीब डेढ़ माह बाद आसमान से राहत की बूंदे बरसी हैं। रविवार रात से ही बारिश का दौर शुरू हो गया था जोकि सोमवार सुबह तक जारी रहा। वही पहाड़ों पर भी बर्फबारी का दौर शुरू हो गया है। बता दें कि बारिश ना होने से खेत-खलिहान सूखने की कगार पर आ गए थे। बारिश ना होने से गेहूं, जौ, दालों और सब्जियों की बिजाई का काम बीच में ही अटक गया था।
दूसरी और सेब बागवानों के लिए बगीचों के प्रबंधन में मौसम बाधा बना है और तौलिए बनाने का काम थम गया था। अब करीब डेढ़ माह बाद बारिश होने से किसानों और बागवानों के चेहरे पर एक बार फिर से रौनक लौट आई है। बारिश होने से खेतों में सूख रही फसलों को भी संजीवनी मिलेगी और किसान गेहूं और अन्य फसलों की बिजाई भी अब आसानी से कर सकते हैं।
वही बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। समूचा प्रदेश शीतलहर की चपेट में आ गया है। पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर भी शुरू हो गया है । लोगों को हाड़ कंपा देने वाली ठंड का सामना करना पड़ रहा है। आलम यह है कि लोगों को हीटर और आग का सहारा लेना पड़ रहा है।
from HIM NEWS
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