पालमपुर के बैंक द्वारा दस हजार रुपए के चेक का 40000 का भुगतान कर दिया गया। शहर के एक खाताधारक ने एक पार्टी को दस हजार रुपए का चेक दिया। 29 सितंबर, 2020 का यह चेक राजीव कुमार के नाम से काटा गया था, परंतु जब चेक देने वाले खाताधारक को इस चेक की पेमेंट का मैसेज आया, तो उसमें दस हजार के बजाय 40 हजार रुपए ट्रांसफर होने और राजीव कुमार की जगह जेपी नमक खाते में इसके ट्रांसफर होने की सूचना मिली, जिसके चलते चेक देने वाले व्यक्ति ने जब बैंक जाकर इस बारे में पता लगाया, तो वहां ज्ञात हुआ कि पालमपुर के बैंक में चेक को क्लीयरिंग में लगाने वाले कर्मचारियों द्वारा इस चेक की राशि को और नाम को गलत दर्ज करने के कारण ऐसा हुआ।
बैंक में कार्यरत संबंधित विभाग के व्यक्ति से जब इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने यह माना कि उनसे गलती हुई है, परंतु उनका कहना था कि आजकल चेक की क्लीयरिंग लोकल बैंकों में न होकर चंडीगढ़ में लगती है और बैंकों द्वारा हरेक चेक की फोटो इमेज स्कैन होकर चंडीगढ़ के चेक क्लीयरिंग सेल में लगती है और वहां पूरी जांच के बाद ही चेक पास किया जाता है। जहां हमसे यह चूक हुई है, वहीं, चंडीगढ़ में बैठे क्लीयरिंग सेल के सदस्यों से भी चूक हुई है। चंडीगढ़ के क्लीयरिंग सेल में बैठे देवेंद्र चैल ने भी माना कि इस तरह की एक बड़ी चूक बैंक के कर्मचारियों द्वारा हुई है। पहले पालमपुर के बैंक द्वारा और फिर चंडीगढ़ के चेक क्लीयरिंग सेल में बैठे कर्मचारियों से यह भारी चूक हुई है।
FROM - HIM NEWS
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