
राज्य में कोरोना रिकवरी रेट 84 फीसदी के पास पहुंच गया है, जो कि हिमाचल के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। दूसरी ओर प्रदेश में बढ़ रही मौतों ने लोगों चिंता बढ़ा दी है। कोविड से होने वाली मौतों का दर प्रदेश में 1.40 फीसदी के करीब है। ऐसे में सरकार को अब मौतों की बढ़ती संख्या पर लगाम लगानी होगी। इसके अलावा राज्य में एक्टिव मरीज भी रोजाना कम होते जा रहे हैं। 15 अगस्त के बाद कोविड-19 के मरीजों कमी आना शुरू होगी, ऐसा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है। कोविड-19 से होने वाली मौतों की बात करें तो पिछले 10 दिनों के भीतर राज्य में 66 से ज्यादा संक्रमित लोगों ने दम तोड़ा है। ऐसे में कोविड से मरने वालों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
कोरोना की रिकवरी रेट की बात करें तो 83.67 फीसदी है। प्रदेश में 2700 के करीब एक्टिव केस हैं। हिमाचल में कुल कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 17261 हो गया है। इनमें साढ़े 14 हजार से अधिक मरीज ठीक भी हो गए हैं। सबसे ज्यादा कोविड के मामले सोलन जिला में हैं। सबसे ज्यादा मौतें भी कांगड़ा जिला में हैं, इसके बाद दूसरे नंबर पर मौतों के मामले में शिमला जिला है। शिमला में पिछले कुछ दिनों में काफी तेजी से कोरोना का वायरस फैला है। यहां पर रोजाना 40 से ज्यादा ही मामले सामने आ रहे हैं। एकाएक ही बॉर्डर खुलने के बाद व सैलानियों के यहां पर पहुंचने के बाद कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हुई है।
डेढ़ महीने से मौत के मामलों में हुई बढ़ोतरी
कोविड-19 से मौत के मामलों में राज्य की हालत आज से डेढ़ माह पहले बेहतर थी। हिमाचल का डेथ रेट 0.70 के करीब था, लेकिन एकाएक ही हिमाचल में कोरोना से मरने वालों की रफ्तार काफी तेज हो गई है। डेढ़ माह में मृत्यु दर 1.40 फीसदी तक पहुंच गई है। सरकार को इन मौतों को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे अन्यथा आने वाले समय में ये और बढ़ सकती हैं।
FROM - HIM NEWS
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