कंडक्टर लिखित परीक्षा भर्ती मामले में आरोपी परिवहन विभाग में ही मल्टी वर्कर के तौर पर काम कर रहा था। सोमवार को पुलिस ने इसका एक दिन का रिमांड हासिल किया है। आरोपी के मोबाइल को जब्त कर फोरेसिंक जांच के लिए भेज दिया है। आरोप हैं कि इसने परीक्षा हॉल के अंदर मोबाइल से प्रश्नपत्र की फोटो को खींचकर अपने भाई के मोबाइल पर भेज दिया था।
हालांकि, इससे पहले कि वह कुछ कर पाता परीक्षा केंद्र में तैनात निरीक्षक ने उसे मोबाइल समेत पकड़ लिया। तब तक उसकी आंसर शीट बिल्कुल खाली थी। उसके बाद आरोपी परीक्षा हॉल से चला गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हेंने तफतीश में पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल कंडक्टर प्रशनपत्र एपीजी यूनिवर्सिटी के परीक्षा के हॉल से नहीं बल्कि कांगड़ा के एक परीक्षा केंद्र से लीक हुआ है।
जांच में जुटी पुलिस का कहना है कि एक से दो दिन के भीतर आरोपी के भाई को भी पूछताछ के लिए लाया जाएगा। इधर, एसपी शिमला मोहित चावला ने कहा कि फारेसिंक जांच के लिए आरोपी के मोबाइल फोन को भेजा है। तीन दिन के अंदर रिपोर्ट मांगी गई है। मामले में आरोपी के भाई से भी पूछताछ की गई। उल्लेखनीय है कि रविवार को हिमाचल पथ परिवहन निगम की कंडक्टर भर्ती की परीक्षा के बीच एपीजी विवि सेंटर में आरोपी को पेपर लीक करने के मामले में लक्की शर्मा, रोहड़ू निवासी को गिरफ्तार किया गया था। इसने परीक्षा के महज बीस मिनट बाद की मोबाइल से प्रश्नपत्र की फोटो खींचकर भाई को भेज थे। छोटा शिमला पुलिस एपीजी यूनिवर्सिटी के रजिस्टार की शिकायत पर मामले की जांच कर रही है।
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