
पढ़ाई छोड़ चुके विद्यार्थियों को सरकार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आइटीआइ) में दाखिला देकर उन्हें व्यवसायिक प्रशिक्षण देगी। तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय ने रविवार को पीटरहॉफ में औद्योगिक मूल्य संवर्धन परिचालन के लिए कौशल सुदृढ़ीकरण की दूसरी समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को इसके निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि आइटीआइ में अब ड्राइविंग कोर्स भी शुरू किया जाएगा। 19 आइटीआइ को करीब 30 करोड़ 70 लाख 65 हजार रुपये से संस्थागत सुधार और कौशल विकास कार्यक्रमों को बेहतर बनाने के लिए प्रदान किए जाएंगे। योजना के तहत संस्थानों को प्रदर्शन के आधार पर बजट जारी किया जाएगा। मंत्री ने कहा कि स्ट्राइव योजना के तहत औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में अधिक से अधिक छात्राओं का पंजीकरण सुनिश्चित कर कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जाए और उसके लिए सभी संभावनाओं पर विचार कर अधिकारी गंभीरता से कार्य करें। उन्होंने अधिकारियों को बच्चों को हॉस्टल का प्रावधान करने के आदेश भी दिए।
डॉ. रामलाल मार्कंडेय ने प्रधानाचार्यो को एक-दूसरे के साथ प्रगतिशील विचार साझा करने को कहा। संस्थानों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि शिक्षा के साथ किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा, शिकायत मिलने पर उस व्यक्ति को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाएगा। एक आइटीआइ में कार्यरत दो प्रधानाचार्यो में से एक को खाली पद पर तैनात किया जाएगा। उन्होंने शॉर्ट टर्म नए ट्रेड शुरू करने के आदेश भी दिए। इस अवसर पर प्रधान सचिव तकनीकी शिक्षा केके पंत, निदेशक तकनीकी शिक्षा विवेक चंदेल, अवर सचिव संजय चौहान, संयुक्त निदेशक अमर सिंह नेगी, सलाहकार स्ट्राइव परियोजना परमजीत सिंह और योजना के लिए चयनित आइटीआइ के प्रधानाचार्य मौजूद रहे।
FROM - HIM NEWS
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