बैजनाथ-अब पैराग्लाइडिंग की विश्व विख्यात घाटी बिलिंग में टेंडम उड़ानों का लुत्फ उठाने वाले व बिलिंग घाटी की ठंडी फिजाओं का आनंद लेने के लिए पर्यटक बेझिझक अपने वाहनों में सीधे बिलिंग पहुंच सकेंगे। लोक निर्माण विभाग द्वारा शुरू करवाया सड़क निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। मगर पर्यटकों को बिलिंग जाने के लिए पीने के पानी की व्यवस्था खुद ही करनी होगी। बिलिंग में अभी न तो पीने के पानी की व्यवस्था है। टायलट तो बनी हैं, मगर बिना पानी के बह भी बंद पड़ी हैं। ऐसे में बिलिंग जाने बाले पर्यटकों को टायलट जाना भी आफत से कम नहीं होगा। सरकारी आदेशों के चलते खुले में कोई जा नहीं सकता बिलिंग में व्यवस्था नहीं है। बिलिंग जाने के लिए पहले प्रशासन द्वारा ग्रीन टैक्स के नाम पर जाने वाले हर वाहन से पैसा वसूला जाता था। मगर लॉकडाउन के बाद यह टैक्स नहीं वसूला जा रहा है। इस वारे में प्रशासन का तर्क है कि अब दोबारा 15 अक्तूबर से यह टैक्स लिया जाना आरंभ कर दिया जाएगा।
इसके लिए अब दोबारा टेंडर या खुली बोली द्वारा इस बैरियर की नीलामी की जाएगी। पहले बिलिंग जाने के लिए निजी चौपहिया वाहन से 20 रुपए व टैक्सी का 30 रुपए वसूला जाता था। वैसे तो मौसम के खुलते ही व सरकार द्वारा बाहरी राज्यों से आने वालों पर लगाई रोक के हटाए जाने के साथ ही पिछले सप्ताह से बिलिंग में रोनक लौटने लगी है फिर से मानव परिंदे उड़ने लग, जिसके चलते बिलिंग घाटी में एक बार पुनः रोनक लौट आई। साथ में बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों का भी धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है।
करीब साढ़े चार महीने के लंबे अंतराल के बाद बिलिंग के नीले आकाश में मानवीय परिंदे उड़नें शुरू हुए हैं, जिसके चलते पैराग्लाइडिंग धंधे से जुड़े सैकड़ों लोगों के चेहरों पर रौनक लौट आई है। गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान पैराग्लाइडिंग पर प्रतिबंध के चलते करीब 200 पायलटों ब इतने ही टैक्सी वाले व घर बैठने पर मजबूर हो चुके थे। सभी के धंधे चौपट हो गए थे। मगर अब पर्यटकों के आगमन के कारण उनके चेहरों पर भी रौनक लौट आई । वैसे भी सितंबर माह के 15 के बाद नवंबर तक का पूरा महीना बिलिंग से उड़ान भरने के लिए उत्तम माना जाता है। हर साल विदेशों से भी पैराग्लाइडिंग के शौकीन पैराग्लाइडर पायलट बिलिंग से शौकिया उड़ान भरने का लुत्फ उठाने महीनों यहां डेरा जमाए रहते हैं।
No comments:
Post a Comment