प्रसिद्ध धार्मिक स्थल चितपूर्णी मंदिर में रविवार को 7808 श्रद्धालुओं ने दस्तक देकर पावन पिडी के दर्शन किए। कोरोना महामारी के बीच मंदिर खुलने के बाद रविवार को सबसे ज्यादा भक्तों ने उपस्थिति दर्ज करवाई। हालांकि मंदिर न्यास के संभावित भीड़ के मद्देनजर किए होमवर्क का असर भी साफ देखने को मिला और प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त नजर आई। श्रद्धालुओं को दी जाने वाली सुविधाओं में काफी सुधार दिखा।
भीड़ को ध्यान में रखते हुए न्यास ने मंदिर के कपाट सुबह पौने सात बजे ही खोल दिए। इस दौरान दरबार में भक्तों की कतारें देखने को मिलीं। सुबह कार पार्किंग सदन में ज्यादा भीड़ एकत्रित हो गई थी, लेकिन पुलिस कर्मचारियों तथा गृह रक्षकों ने पूरी ताकत से शारीरिक नियमों का पालन करवाया। नौ बजे के करीब शंभू बाईपास के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर भी भीड़ बेकाबू होती नजर आई तो वहां आपदा प्रबंधन टीम ने मोर्चा संभाला और व्यवस्था बनाए रखने में योगदान दिया।
मंदिर अधिकारी ओपी लखन पाल ने बताया कि 24 सितंबर को श्रद्धालुओं ने 6,84,924 रुपये का नकद चढ़ावा मंदिर न्यास को दानपात्रों में चढ़ाया। इसके अलावा 100 यूएसए डालर भी न्यास को मिले हैं। रविवार को भीड़ होने के कारण प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए थे। चितपूर्णी सदन में अब अन्य काउंटर पर भी श्रद्धालुओं को दर्शन पर्ची के साथ स्क्रीनिग कर आगे भेजने की व्यवस्था की है। मुख्य बाजार में श्रद्धालुओं को शारीरिक दूरी के नियमों को बनाकर ही मंदिर में प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है। चितपूर्णी सदन और मंदिर के प्रवेश द्वार पर ऑटोमेटिक सैनिटाइजर मशीन लगाई गई है। व्यवस्था में सुधार के बावजूद भिखारियों की टोलियां परिसर क्षेत्र में डेरा डाले हुए हैं।
FROM - HIM NEWS
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