
जिला में इन दिनों हो रही बारिश से बागवानों ने थोड़ी राहत पाई है। अभी तक बागवान परेशान थे कि बारिश न होने से सेब का आकार नहीं बढ़ रहा और न ही फलों में रंग आया है। दूसरी ओर कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि मक्की और धान की फसल के लिए बारिश लाभकारी है। इस समय की बारिश से मक्की और धान की पैदावार अच्छी होती है।
बता दें कि दो माह से बारिश कम होने के कारण अपर वैल्ट में सेब का उचित आकार नहीं बन पाया था। बागवानों ने रंग आने पर ही सेब का तुड़ान कर दिया है। इससे स्थानीय मंडियों में सेब के अच्छे दाम नहीं मिल रहे है इसलिए बागवान सीधे पंजाब, लुधियाना व दिल्ली सेब की खेप भेज रहे हैं जहां अच्छे दाम मिल रहे हैं। जिले में अब लगातार हो रही रही बारिश से बागवानों के चहरों पर रौनक आ गई है।
यह बारिश सेब का आकार बढ़ाएगी और रंग भी निखरेगा। इससे स्थानीय मंडियों में ही फसल के उम्दा मिलेंगे। उधर, डॉ. अशोक धीमान, उपनिदेशक बागवानी विभाग मंडी का कहना है कि बारिश से सेब का आकार बढ़ेगा और रंग में भी निखार आएगा। अभी सेब आकार नहीं बन पाया है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में अभी एक सप्ताह बाद सेब का तुड़ान शुरू होगा।
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