
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला से एक शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है । प्रदेश में अब दरिंदों का कहर इस तरह बढ़ गया है कि महिलाओं और लड़कियों का घर से बाहर घूमना दुर्लभ हो गया है। पता नहीं कि यह भेड़िये किस रूप में आकर आप को अगवा कर ले। अपनी हवस मिटाने के लिए यह किसी भी अंजाम तक जा सकते हैं । हाल ही में एक लड़की और औरत के साथ दुराचार का मामला कांगड़ा जिला से आया था ।
मानो अब ऐसा लगता है कि हिमाचल प्रदेश महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षित नहीं रहा । अगर भेड़ियों और दरिंदों पर सरकार ने नकेल नहीं कसी तो वह दिन दूर नहीं जब हिमाचल प्रदेश की तुलना अन्य राज्यों से की जाएगी ।
हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें अपने मायके आई महिला का अपहरण करके उसके साथ दुराचार किया गया। जानकारी के अनुसार महिला बिलासपुर जिला में स्थित अपने मायके आई हुई थी तथा 22 अगस्त की रात करीब 12:00 बजे ससुराल के गांव में रहने वाले एक व्यक्ति ने उसे फोन कर यह बताया कि उसकी बेटी बीमार है और उसके पति ने उसे लेने के लिए भेजा है । बेटी की बीमार होने की बात सुनकर महिला तुरंत सड़क पर आ गई । वहां एक गाड़ी खड़ी थी जिसमें 3 व्यक्ति सवार थे। उसी कार में वह व्यक्ति था जिसने उस महिला को फोन किया था। जब उस महिला ने उस व्यक्ति से बात करने के लिए गाड़ी के पास गई तो उन तीनों ने उसे बाजू से खींचकर जबरदस्ती कार में बैठा लिया
महिला के विरोध करने के बावजूद वह उसे पंजाब सीमा के पास गरमोडा ले गए । वहां उसे एक व्यक्ति के घर में छोड़ दिया गया जिसके बाद कार में सवार दो अन्य व्यक्ति वहां से चले गए। उसके ससुराल के गांव में रहने वाले व्यक्ति के साथ कमरे में बंद कर दिया जहां उस व्यक्ति ने उस महिला के साथ दुराचार किया। उस व्यक्ति ने महिला को जान से मारने की धमकी दी । अगले दिन महिला जैसे तैसे करके वहां फरार होने में कामयाब रही तथा वह एक व्यक्ति की सहायता लेकर टिप्पर में बैठकर स्वारघाट जाकर उतरी।
जहां उसने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई । डीएसपी संजय शर्मा ने बताया कि पुलिस विभाग में महिला की शिकायत दर्ज कर ली है तथा विभिन्न धाराओं के तहत वह अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवागे ।
मानो अब ऐसा लगता है कि हिमाचल प्रदेश महिलाओं और लड़कियों के लिए सुरक्षित नहीं रहा । अगर भेड़ियों और दरिंदों पर सरकार ने नकेल नहीं कसी तो वह दिन दूर नहीं जब हिमाचल प्रदेश की तुलना अन्य राज्यों से की जाएगी ।
हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर से एक ऐसा ही मामला सामने आया है जिसमें अपने मायके आई महिला का अपहरण करके उसके साथ दुराचार किया गया। जानकारी के अनुसार महिला बिलासपुर जिला में स्थित अपने मायके आई हुई थी तथा 22 अगस्त की रात करीब 12:00 बजे ससुराल के गांव में रहने वाले एक व्यक्ति ने उसे फोन कर यह बताया कि उसकी बेटी बीमार है और उसके पति ने उसे लेने के लिए भेजा है । बेटी की बीमार होने की बात सुनकर महिला तुरंत सड़क पर आ गई । वहां एक गाड़ी खड़ी थी जिसमें 3 व्यक्ति सवार थे। उसी कार में वह व्यक्ति था जिसने उस महिला को फोन किया था। जब उस महिला ने उस व्यक्ति से बात करने के लिए गाड़ी के पास गई तो उन तीनों ने उसे बाजू से खींचकर जबरदस्ती कार में बैठा लिया
महिला के विरोध करने के बावजूद वह उसे पंजाब सीमा के पास गरमोडा ले गए । वहां उसे एक व्यक्ति के घर में छोड़ दिया गया जिसके बाद कार में सवार दो अन्य व्यक्ति वहां से चले गए। उसके ससुराल के गांव में रहने वाले व्यक्ति के साथ कमरे में बंद कर दिया जहां उस व्यक्ति ने उस महिला के साथ दुराचार किया। उस व्यक्ति ने महिला को जान से मारने की धमकी दी । अगले दिन महिला जैसे तैसे करके वहां फरार होने में कामयाब रही तथा वह एक व्यक्ति की सहायता लेकर टिप्पर में बैठकर स्वारघाट जाकर उतरी।
जहां उसने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई । डीएसपी संजय शर्मा ने बताया कि पुलिस विभाग में महिला की शिकायत दर्ज कर ली है तथा विभिन्न धाराओं के तहत वह अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलवागे ।
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