हिमाचल में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। बीते 12 घंटे के दौरान प्रदेश में मूसलाधार बारिश ने जनजीवन प्रभावित कर दिया है। बुधवार को जगह-जगह पहाड़ दरकने से हुए भूस्खलन के कारण प्रदेश में तीन हाईवे कई घंटे तक ठप रहे। कालका-शिमला, भरमौर-पठानकोट और जोगिंद्रनगर-सरकाघाट हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। लाहौल की ऊंची चोटियों पर बुधवार को बर्फ के फाहे गिरे। इसके अलावा कई भागों में पेड़ गिर गए हैं। भूस्खलन से मकानों को भी खतरा पैदा हो गया है। बुधवार को प्रदेश के अधिकतम तापमान में पांच से छह डिग्री की कमी दर्ज हुई। प्रदेश के मध्य पर्वतीय जिलों शिमला, सोलन, सिरमौर, मंडी, कुल्लू और चंबा के कई क्षेत्रों में 12 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। पूरे प्रदेश में 14 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहने का पूर्वानुमान है।
मंडी जिला में जोगिंदरनगर-सरकाघाट राज्य मार्ग पांच घंटे ठप रहा। चट्टानें गिरने से बुधवार सुबह छह बजे यह मार्ग बाधित हो गया, जिसे 11 बजे बहाल किया गया। सुबह छह बजे से बाधित सड़क को 11 बजे बहाल किया गया। सड़क पर गिरे बड़े-बड़े पत्थरों को जेसीबी की मदद से हटाया गया। मार्ग बाधित रहने के समय सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। पूर्व लोनिवि मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर भी इस मार्ग पर फंस गए।
लाहौल की ऊंची चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरे हैं। ब्यास समेत घाटी के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 10 और 11 जुलाई को प्रदेश में भारी बारिश और अंधड़ का येलो अलर्ट जारी किया है। भारी बारिश से ब्यास समेत घाटी के नदी-नालों का जलस्तर बढ़ गया है। जिला प्रशासन ने लोगों को नदी-नालों के पास न जाने की हिदायत दी है। भूस्खलन से 20 किलोमीटर लंबा बंजार-बठाहड़ मार्ग करीब 10 घंटे तक बंद रहा।
वहीं कांगड़ा जिले के उपमंडल ज्वालामुखी की तहसील खुंडियां के प्राचीन सिद्ध बाबा मंदिर में मंगलवार को तूफान के कारण बिजली के तार टूट गए, वहीं बिजली का खंभा भी टूट गया। इसके साथ वहां लगी स्ट्रीट लाइट को भी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा सिद्ध बाबा मंदिर में बने हाल पर भी एक पेड़ गिर गया है। कमेटी के प्रधान राकेश ने बताया कि तूफान और बारिश से मंदिर हाल को काफी नुकसान पहुंचा है।
उधर, सिरमौर जिले में नाहन के धारटीधार क्षेत्र में भारी बारिश से मधाना पंचायत के बाड़थल मधाना गांव में एक व्यक्ति का मकान क्षतिग्रस्त हो गया। गनीमत यह रही कि जानमाल का नुकसान नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार बाड़थल मधाना में बीपीएल परिवार से संबंध रखने वाले कुलदीप सिंह का एक कमरे के कच्चे घर की दीवार व छत ढह गई। सुबह करीब छह बजे जब परिवार के लोग घर के बाहर थे तो अचानक छत से लकड़ी, मिट्टी व दीवार का हिस्सा गिर गया। उधर, पटवारी विनीता ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली है। मकान को कितना नुकसान हुआ है। मौके पर जाकर इसकी रिपोर्ट तैयार की जा रही है। वहीं, गिरिपार क्षेत्र के कांटी मशवा में बीती रात बरसात से एक ग्रामीण के घर का डंगा गिर गया है। इससे मकान को खतरा पैदा हो गया है।
उधर, राजधानी में लगातार हो रही बारिश से उपनगर टुटू में कई भवनों को खतरा पैदा हो गया है। बारिश के कारण लगातार मलबा गिर रहा है। मेयर सत्या कौंडल और उप महापौर शैलेंद्र चौहान ने दोपहर के समय मौके का दौरा किया। नगर निगम की ओर से चलाए जा रहे राहत कार्यों को देखने के बाद मेयर ने काम में और तेजी लाने के निर्देश दिए। यहां नगर निगम की निर्माणाधीन पार्किंग की खुदाई के चलते लगातार धंसाव हो रहा है जिस कारण पहाड़ी के ऊपरी तरफ बने दो भवनों और पंचायत घर में दरारें आ चुकी हैं। यह दरारें लगातार बढ़ती जा रही हैं। मेयर सत्या कौंडल ने कहा कि रिटेंनिंग वॉल लगाकर इन भवनों की नींव को मजबूती दी जा रही है।
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