
हिमाचल/शिमला जिले की सबसे बड़ी भट्टाकुफर फल मंडी सोमवार को पहाड़ दरकने के बाद बंद कर दी गई। रविवार रात से ही फल मंडी के पीछे पहाड़ से पत्थर गिरने शुरू हो गए थे। सोमवार सुबह करीब 10 बजे भारी भूस्खलन के बाद मंडी को बंद कर दिया गया। सेब सीजन के बीच मंडी में सेब कारोबार बंद होने से बागवानों के लिए मुश्किल खड़ी हो गई है।
बीते करीब 6 सालों से बरसात में फल मंडी के पीछे पहाड़ से पत्थर गिरने का सिलसिला चल रहा था। आढ़ती एसोसिएशन और मजदूर संघ ने कई बार एपीएमसी और सरकार को समस्या से अवगत करवाया, बावजूद इसके मामले को गंभीरता से नहीं लिया गया। सोमवार सुबह जब अचानक पहाड़ दरक कर मंडी के ऊपर गिर गया तो आनन-फानन में मंडी बंद कर दी गई। हालांकि इस दौरान कोई हताहत नही हुआ।
जब पहाड़ी दरकी तो फल मंडी में बड़ी संख्या में लोग जमा थे। मंडी की छत पर जब पत्थर गिरने शुरू हुए तो लोग मंडी से बाहर निकल आए लेकिन करीब 14000 पेटी सेब मंडी में ही फंस गया। सेब की सैंकड़ो पेटियां मलबे की चपेट में आने से तबाह हो गई।
प्रशासनिक अधिकारियों में एडीएम प्रोटोकॉल संदीप नेगी सबसे पहले घटना स्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। इसके बाद मार्केटिंग बोर्ड के चेयरमैन नरेश ठाकुर, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर प्रभा राजीव और उपायुक्त शिमला अमित कश्यप भी मौके पर पहुंचे। उपायुक्त के आदेशों पर दोपहर 12:30 बजे फल मंडी को सील करवाया गया ताकि पहाड़ से गिर रहे पत्थरों की चपेट में आने से कोई अप्रिय घटना न घटे।
FROM - HIM NEWS
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