
सदरपुर पंचायत में लावारिस कुत्तों का आतंक है। कई बार पंचायत प्रतिनिधियों के ध्यान में मामला लाने के बावजूद कोई कार्रवाई हो पाई। दो दिन पहले बाबा प्रेम दास मंदिर के पास सड़क किनारे बैठे कुत्तों ने बच्ची पर हमला कर दिया। उसे कई जगह घाव हुए हैं। 10 वर्षीय सोनिका घर आ रही थी। कुत्तों ने हमला कर उसे सड़क पर गिरा दिया था। चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े और बच्ची को कुत्तों के चंगुल से छुड़ाया।
पिता सुखजीत सिंह ने बताया कि बच्ची को डॉ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल कांगड़ा स्थित टांडा में एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाया गया है। बच्ची को कुत्तों ने कई जगह काटा है। वह सहम गई है और घर से बाहर जाने से भी डर रही है।
उधर, सर्जन डॉ. राजकुमार शर्मा ने बताया कि कुत्ते खुंखार हो चुके हैं। सड़क किनारे बैठे रहते हैं और आने-जाने वालों पर हमला कर देते हैं। कुछ दिन पहले वह पत्नी के साथ सैर करने जा रहे थे। उनसे आगे चल रहे रजियाणा के एक व्यक्ति पर कुत्ते झपट पड़े। गनीमत रही कि उनके पास डंडा था, जिससे उन्होंने कुत्तों को भगाया और बुजुर्ग को बचाया। इस संबंध में पंचायत प्रधान को भी अवगत करवाया था। सदरपुर निवासी अविनाश बाहड़ी ने भी लावारिस कुत्तों की समस्या से छुटकारा दिलाने की मांग की है।
सदरपुर पंचायत में लावारिस कुत्तों की समस्या के संबंध में कुछ दिन पहले प्रधान ने बताया था। इस संबंध में पशु चिकित्सक को कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। पंचायत प्रतिनिधियों व पशु चिकित्सक को मिलकर ही इस समस्या का समाधान करना था। जवाब मांगा जाएगा कि अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई।
FROM - HIM NEWS
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