
हिमाचल /मंडी जिला के धर्मपुर उपमंडल के झंगी पशु औषधालय में तैनात वैटर्नरी फार्मासिस्ट नरैणू राम (50) ने मंगलवार सुबह ड्यूटी पर पहुंचते ही पशुओं के कीड़े मारने वाली दवाई पी ली। मौके पर मौजूद चतुर्थ श्रेणी कर्मी प्रताप सिंह ने उसे रोकने की कोशिश भी की मगर उसने यह कहते हुए कि आज मैं अपनी जान ही खत्म कर लूंगा, झटके से दवाई गटक ली और अपनी पत्नी रूमला देवी को भी फोन कर दिया कि मैंने जहर पी लिया है।
मौके मौजूद कर्मी ने उसके हाथ से दवाई की शीशी छीनी और तत्काल गाड़ी में धलारा ले गया, जहां नरैणू राम की पत्नी व दोनों बेटे भी मिल गए और वे उसे संधोल अस्पताल ले गए।मिली जानकारी के अनुसार उसकी हालत बिगड़ जाने पर उसे हमीरपुर के लिए रैफर कर दिया गया है।
पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जो बयान नरैणू राम के लिए हैं उनके अनुसार संधोल अस्पताल में तैनात पशु चिकित्सक उसे कई दिनों से प्रताड़ित कर रहा था। उसकी एसीआर खराब करने की धमकी देकर उसकी ड्यूटी झंगी में होते हुए भी दूर-दूर ड्यूटी पर भेज कर तंग कर रहा था। मंगलवार को भी उसे वैक्सीन का काम छोड़ कर संधोल आने का फरमान सुनाया गया था।
नरैणू राम पिछले 20 सालों से बतौर फार्मासिस्ट पशुपालन विभाग में नौकरी कर रहा है व पिछले 7-8 वर्षों से झंगी में ड्यूटी दे रहा था। पुलिस ने उसके बयान के आधार पर मामला दर्ज करके छानबीन शुरू कर दी है। डीएसपी चंदपाल ने कहा कि जो बयान मिले हैं उस आधार पर आगे कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।
FROM - HIM NEWS
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