
पुलिस के अनुसार किसी भी प्रकार का कोई सुसाइड नोट या अन्य सबूत मौके पर नहीं मिले हैं. उधर, मायका पक्ष के लोग भी सूचना मिलते ही घटासनी पहुंचे. किसी ने भी कोई शिकायत दर्ज नही करवाई है.पुलिस के मुताबिक निमी देवी शुक्रवार शाम को खाना खाने के बाद अपने कमरे में सोने गई थी. शुक्रवार सुबह जब नहीं उठी तो उसके बड़े बेटे ने कमरे के दरवाजे को खोलने की कोशिश की, जिसकी भीतर से कुंडी लगी हुई थी. इसकी जानकारी उसने अन्य सदस्यों को दी. दरवाजा तोड़ कर देखा तो निमी देवी ने फंदा लगा कर खुदकुशी कर ली थी.
परिजनों ने इसकी सूचना पंचायत प्रधान और वार्ड सदस्य को दी, जिन्होंने पुलिस को अवगत करवाया. किसी भी प्रकार की कोई शिकायत या शक न होने पर पुलिस ने सिविल अस्पताल जोगिंद्रनगर में पोस्टमार्टम करवाने बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है, जिसका घटासनी स्थित श्मशानघाट में अंतिम संस्कार किया गया.
पति पर इस घटना से दुखों का पहाड़ टूटा है. चौदह दिन का क्वारंटाइन काट रहा यह युवक जहां अपनी अर्धांगनी के अंतिम दर्शन नहीं कर सका. वहीं, दाह संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाया. क्वारंटाइन होने के चलते उसे दूर ही रहना पड़ा.पंचायत प्रधान निर्मला देवी ने बताया कि बीरी सिंह ने बचपन से ही गरीबी का दंश झेला है. ऐसे में पत्नी के इस तरह का कदम उठाने से युवक पर दुखों का पहाड़ गिरा है. महिला अपने पीछे दो बेटे छोड़ गई है.थाना प्रभारी पधर यशवंत सिंह ने कहा कि किसी भी प्रकार का कोई साक्ष्य मौके पर नहीं मिला है. परिजनों और मायका पक्ष ने भी कोई ऐसी शिकायत नहीं की है.पोस्टमार्टम करवाने बाद शव परिजनों को सौंप दिया है. महिला ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसकी गहनता से जांच की जा रही है. मामले की पुष्टि डीएसपी पधर मदनकांत शर्मा ने की है.
FROM - HIM NEWS
loading...
loading...
No comments:
Post a Comment